नई दिल्ली
बिहार में महागठबंधन के बाद अब अब उत्तर प्रदेश में बड़ी तोड़फोड़ की तैयारी चल रही है। खबर आ रही है कि राष्ट्रीय लोकदल आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी से आईलैंड्स को लेकर बाद अंतिम दौरे पर हैं दौरे पर हैं ऐसा माना जा रहा है कि आरएलडी जल्दी एनडीए का हिस्सा बन सकती है। अगर यह संभव हुआ तो इसमें भाजपा की रणनीतिक जीत होगी। क्योंकि कुछ समय पहले ऐलान किया था। कि आखिर वह क्या वजह है कि आरएलडी यूपी में इंडिया ब्लॉक और एनडीए के लिए क्यों इतनी जरूरी है। या दोनों की कोई मजबूरी है।
पश्चिमी यूपी को जाट और मुस्लिम बहु बाहुल्य इलाका माना जाता है यहां लोकसभा की कुल 27 सीटें हैं और 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 19 सीटें पर जीत हासिल की थी जबकि आठ सीट पर महागठबंधन ने कब्जा किया था इनमें चार सपा और चार बीएसपी के खाते में आई थी लेकिन, आरएलडी को किसी सीट पर जीत नसीब नहीं हुई थी यहां तक की जयंत को पश्चिमी यूपी में जाट समाज का भी साथ नहीं मिला था यही नहीं बल्कि 2014 के चुनाव में भी जयंत को निराशा हाथ लगी और एक भी सीट नहीं मिली।