World Plastic Surgery Day:प्लास्टिक सर्जन डॉ. विवेक बोलें-हर समस्या के लिए ऑपरेशन नहीं कर सकते
लखनऊ IMA भवन में जागरूकता कार्यक्रम
लखनऊ।
प्लास्टिक सर्जरी की कुछ सीमाएं हैं। हम हर किसी समस्या के लिए ऑपरेशन नहीं कर सकते हैं। जिसमें लेजर सर्जरी एक अच्छा माध्यम होता है। यह बातें प्लास्टिक सर्जन डॉ. विवेक गुप्ता ने कही। वह शनिवार को आईएमए भवन प्रेक्षागृह में प्लास्टिक सर्जरी दिवस पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. विवेक ने आगे कहा कि कुछ जगहों पर ऑपरेशन के बाद भी लेजर कराने की जरूरत पड़ती है। दाग-धब्बे, अनचाहे बाल, चोट व जलने के निशान, मुंहासे, जन्मजात निशानों या बर्थ मार्क जैसी समस्याओं में लेजर ही एकमात्र समाधान हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक सर्जरी का दायरा लगातार बढ़ रहा है। चाहे आग में झुलसे मरीजों का इलाज हो या फिर कैंसर का सभी तरह के मरीजों के लिए प्लास्टिक सर्जरी वरदान बन गई है।
आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जेडी रावत व डॉ. नीरज उपाध्याय ने बताया कि जीवन शैली में तनाव का स्तर बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण गंजेपन की समस्या भी बढ़ती जा रही है। बालों के प्रत्यारोपण किया जा सकता है। जो व्यक्ति के खोए हुए मनोबल को बढ़ाने में बहुत मददगार है। केजीएमयू की प्लास्टिक सर्जन डॉ. संध्या पाण्डेय हाइपरबारिक आक्सीजन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह बताया की बर्न के मरीजों में जटिल समस्याओं का इलाज किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पुराने धाव, बेड सोर, कान की खराबी, जलने की स्थित, कास्मेटिक सर्जरी, ब्लैक फंगस, कैसर इत्यदि में इसे अपनाया जा सकता है। इसमें मरीज को रोजाना लगभग 45 मिनट से एक घंटा तक चेम्बर में बैठाया जाता है।